प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राष्ट्र को संबोधन पढ़िए - 14 April 2020 Samachar |
14 अप्रैल को भारतवर्ष के नाम प्रधानमंत्री मोदी जी का सन्देश !
PM Modi addresses the nation on the issues related to COVID-19 and existing lockdown. #IndiaFightsCorona
कोरोना वैश्विक महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई बहुत मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है।
आप सभी देशवासियों की तपस्या, आपके त्याग की वजह से भारत अब तक, कोरोना से होने वाले नुकसान को काफी हद तक टालने में सफल रहा है, आप लोगों ने कष्ट सहकर भी अपने देश को बचाया है।
हमारे भारतवर्ष को बचाया है।
मैं जानता हूं, आपको कितनी दिक्कते आई हैं।
किसी को खाने की परेशानी, किसी को आने-जाने की परेशानी, कोई घर-परिवार से दूर है, आप देश की खातिर, एक अनुशासित सिपाही की तरह अपने कर्तव्य निभा रहे हैं।
मैं आप सभी को आदरपूर्वक नमन करता हूं।
हमारे संविधान में जिस We the People of India की शक्ति की बात कही गई है, वो यही तो है, बाबा साहेब डॉक्टर भीम राव आंबेडकर की जन्म जयंती पर हम भारत के लोगों की तरफ से अपनी सामूहिक शक्ति का ये प्रदर्शन, ये संकल्प उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है, आज विश्व में कोरोना वैश्विक महामारी की जो स्थिति है, आप उसे भली-भांति जानते हैं।
अन्य देशों के मुकाबले, भारत ने कैसे अपने यहां संक्रमण को रोकने के प्रयास किए, आप इसके सहभागी भी रहे हैं और साक्षी भी रहे हैं, जब हमारे यहां कोरोना वायरस के सिर्फ 550 केस थे, तभी भारत ने 21 दिन के संपूर्ण लॉकडाउन का एक बड़ा कदम उठा लिया था।
भारत ने समस्या बढ़ने का इंतजार नहीं किया, बल्कि जैसे ही समस्या दिखी, उसे तेजी से फैसले लेकर उसी समय रोकने का प्रयास किया.आज भारत बहुत संभली हुई स्थिति में है। करीब एक महीने पहले कई देश कोरोना संक्रमण के मामले में तकरीबन भारत के बराबर थे।
आज उन देशों में कोरोना के केस भारत के मुकाबले 25-30 प्रतिशत ज्यादा हैं। वहां कई लोगों की मृत्यु हो गई है, भारत ने holistic approach न अपनाई होती, integrated approach न अपनाई होती, तेज फैसले न लिए होते तो आज भारत की स्थिति कुछ और होती।
लेकिन बीते दिनों के अनुभवों से ये साफ है कि हमने जो रास्ता चुना है, वो सही है, अगर सिर्फ आर्थिक दृष्टि से देखें तो अभी ये मंहगा जरूर लगता है लेकिन भारतवासियों की जिंदगी के आगे इसकी कोई तुलना नहीं हो सकती।
सीमित संसाधनों के बीच, भारत जिस मार्ग पर चला है, उस मार्ग की चर्चा आज दुनियाभर में हो रही है.इन सब प्रयासों के बीच, कोरोना जिस तरह फैल रहा है, उसने विश्वभर के हेल्थ एक्सपर्ट्स और सरकारों को और ज्यादा सतर्क कर दिया है।
भारत में भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई अब आगे कैसे बढ़े, इसे लेकर मैंने राज्यों के साथ निरंतर बात की है.सभी का यही सुझाव है कि लॉकडाउन को बढ़ाया जाए।
कई राज्य तो पहले से ही लॉकडाउन को बढ़ाने का फैसला कर चुके हैं।
सारे सुझावों को ध्यान में रखते हुए ये तय किया गया है कि भारत में लॉकडाउन को अब 3 मई तक और बढ़ाना पड़ेगा, यानि 3 मई तक हम सभी को, हर देशवासी को लॉकडाउन में ही रहना होगा।
इस दौरान हमें अनुशासन का उसी तरह पालन करना है, जैसे हम करते आ रहे हैं, मेरी सभी देशवासियों से प्रार्थना है कि अब कोरोना को हमें किसी भी कीमत पर नए क्षेत्रों में फैलने नहीं देना है।
स्थानीय स्तर पर अब एक भी मरीज बढ़ता है तो ये हमारे लिए चिंता का विषय होना चाहिए.हमें Hotspots को लेकर बहुत ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी।
जिन स्थानों के Hotspot में बदलने की आशंका है उस पर भी हमें कड़ी नजर रखनी होगी।
नए Hotspots का बनना, हमारे परिश्रम और हमारी तपस्या को और चुनौती देगा.अगले एक सप्ताह में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बढ़ाई जाएगी।
20 अप्रैल तक हर कस्बे, हर थाने, हर जिले, हर राज्य को परखा जाएगा,
वहां लॉकडाउन का कितना पालन हो रहा है, उस क्षेत्र ने कोरोना से खुद को कितना बचाया है, ये देखा जाएगा. जो क्षेत्र इस अग्निपरीक्षा में सफल होंगे, जो Hotspot में नहीं होंगे,
और जिनके Hotspot में बदलने की आशंका भी कम होगी,
वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है.लॉकडाउन के नियम अगर टूटटे हैं और कोरोना का पैर हमारे इलाके में पड़ता है तो सारी अनुमति वापस ले ली जाएगी।
इसलिए न खुद लापरवाही करनी है और न दूसरों को लापरवाही करने देनी है, जो रोज कमाते हैं, रोज की कमाई से अपनी जरूरतें पूरी करते हैं, वो मेरा परिवार हैं।
मेरी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में एक, इनके जीवन में आई मुश्किल को कम करना है।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के माध्यम से सरकार ने उनकी मदद करने का हर संभव प्रयास किया है.इस समय रबी फसल की कटाई का काम भी जारी है।
केंद्र सरकार और राज्य सरकारें मिलकर, प्रयास कर रही हैं कि किसानों को कम से कम दिक्कत हो, हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर के मोर्चे पर भी हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।
जहां जनवरी में हमारे पास कोरोना की जांच के लिए सिर्फ एक लैब थी, वहीं अब 220 से अधिक लैब्स में टेस्टिंग का काम हो रहा है, भारत में आज हम 1 लाख से अधिक Beds की व्यवस्था कर चुके हैं।
600 से भी अधिक ऐसे अस्पताल हैं, जो सिर्फ कोविड के इलाज के लिए काम कर रहे हैं।
इन सुविधाओं को और तेजी से बढ़ाया जा रहा है, हम धैर्य बनाकर रखेंगे, नियमों का पालन करेंगे तो कोरोना जैसी महामारी को भी परास्त कर पाएंगे।
मैं आज 7 बातों में आपका साथ मांग रहा हूं:
अन्य देशों के मुकाबले, भारत ने कैसे अपने यहां संक्रमण को रोकने के प्रयास किए, आप इसके सहभागी भी रहे हैं और साक्षी भी रहे हैं, जब हमारे यहां कोरोना वायरस के सिर्फ 550 केस थे, तभी भारत ने 21 दिन के संपूर्ण लॉकडाउन का एक बड़ा कदम उठा लिया था।
भारत ने समस्या बढ़ने का इंतजार नहीं किया, बल्कि जैसे ही समस्या दिखी, उसे तेजी से फैसले लेकर उसी समय रोकने का प्रयास किया.आज भारत बहुत संभली हुई स्थिति में है। करीब एक महीने पहले कई देश कोरोना संक्रमण के मामले में तकरीबन भारत के बराबर थे।
आज उन देशों में कोरोना के केस भारत के मुकाबले 25-30 प्रतिशत ज्यादा हैं। वहां कई लोगों की मृत्यु हो गई है, भारत ने holistic approach न अपनाई होती, integrated approach न अपनाई होती, तेज फैसले न लिए होते तो आज भारत की स्थिति कुछ और होती।
लेकिन बीते दिनों के अनुभवों से ये साफ है कि हमने जो रास्ता चुना है, वो सही है, अगर सिर्फ आर्थिक दृष्टि से देखें तो अभी ये मंहगा जरूर लगता है लेकिन भारतवासियों की जिंदगी के आगे इसकी कोई तुलना नहीं हो सकती।
सीमित संसाधनों के बीच, भारत जिस मार्ग पर चला है, उस मार्ग की चर्चा आज दुनियाभर में हो रही है.इन सब प्रयासों के बीच, कोरोना जिस तरह फैल रहा है, उसने विश्वभर के हेल्थ एक्सपर्ट्स और सरकारों को और ज्यादा सतर्क कर दिया है।
भारत में भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई अब आगे कैसे बढ़े, इसे लेकर मैंने राज्यों के साथ निरंतर बात की है.सभी का यही सुझाव है कि लॉकडाउन को बढ़ाया जाए।
कई राज्य तो पहले से ही लॉकडाउन को बढ़ाने का फैसला कर चुके हैं।
सारे सुझावों को ध्यान में रखते हुए ये तय किया गया है कि भारत में लॉकडाउन को अब 3 मई तक और बढ़ाना पड़ेगा, यानि 3 मई तक हम सभी को, हर देशवासी को लॉकडाउन में ही रहना होगा।
इस दौरान हमें अनुशासन का उसी तरह पालन करना है, जैसे हम करते आ रहे हैं, मेरी सभी देशवासियों से प्रार्थना है कि अब कोरोना को हमें किसी भी कीमत पर नए क्षेत्रों में फैलने नहीं देना है।
स्थानीय स्तर पर अब एक भी मरीज बढ़ता है तो ये हमारे लिए चिंता का विषय होना चाहिए.हमें Hotspots को लेकर बहुत ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी।
जिन स्थानों के Hotspot में बदलने की आशंका है उस पर भी हमें कड़ी नजर रखनी होगी।
नए Hotspots का बनना, हमारे परिश्रम और हमारी तपस्या को और चुनौती देगा.अगले एक सप्ताह में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बढ़ाई जाएगी।
20 अप्रैल तक हर कस्बे, हर थाने, हर जिले, हर राज्य को परखा जाएगा,
वहां लॉकडाउन का कितना पालन हो रहा है, उस क्षेत्र ने कोरोना से खुद को कितना बचाया है, ये देखा जाएगा. जो क्षेत्र इस अग्निपरीक्षा में सफल होंगे, जो Hotspot में नहीं होंगे,
और जिनके Hotspot में बदलने की आशंका भी कम होगी,
वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है.लॉकडाउन के नियम अगर टूटटे हैं और कोरोना का पैर हमारे इलाके में पड़ता है तो सारी अनुमति वापस ले ली जाएगी।
इसलिए न खुद लापरवाही करनी है और न दूसरों को लापरवाही करने देनी है, जो रोज कमाते हैं, रोज की कमाई से अपनी जरूरतें पूरी करते हैं, वो मेरा परिवार हैं।
मेरी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में एक, इनके जीवन में आई मुश्किल को कम करना है।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के माध्यम से सरकार ने उनकी मदद करने का हर संभव प्रयास किया है.इस समय रबी फसल की कटाई का काम भी जारी है।
केंद्र सरकार और राज्य सरकारें मिलकर, प्रयास कर रही हैं कि किसानों को कम से कम दिक्कत हो, हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर के मोर्चे पर भी हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।
जहां जनवरी में हमारे पास कोरोना की जांच के लिए सिर्फ एक लैब थी, वहीं अब 220 से अधिक लैब्स में टेस्टिंग का काम हो रहा है, भारत में आज हम 1 लाख से अधिक Beds की व्यवस्था कर चुके हैं।
600 से भी अधिक ऐसे अस्पताल हैं, जो सिर्फ कोविड के इलाज के लिए काम कर रहे हैं।
इन सुविधाओं को और तेजी से बढ़ाया जा रहा है, हम धैर्य बनाकर रखेंगे, नियमों का पालन करेंगे तो कोरोना जैसी महामारी को भी परास्त कर पाएंगे।
मैं आज 7 बातों में आपका साथ मांग रहा हूं:
PM's 7 pleas
1. Take care of the elderly
2. Strictly follow guidelines of lockdown
3. Increase immunity, follow Ayush ministry guidelines
4. Download Arogya Setu App
5. Help poor families
6. Don't take away jobs of your employees
7. Respect Corona warriors
1. Take care of the elderly
2. Strictly follow guidelines of lockdown
3. Increase immunity, follow Ayush ministry guidelines
4. Download Arogya Setu App
5. Help poor families
6. Don't take away jobs of your employees
7. Respect Corona warriors
IN English
India has been able to contain the spread and ill-effects of Coronavirus due to your patience. All of you have suffered to save the nation.
I know the kind of trouble all of you have been through in this period, The new year has started in several states in the entire country. The way people are observing the lockdown is inspiring and commendable. I wish you and your family good health on this new year.The state of Corona pandemic is not unknown to anyone. India, compared to other countries, has tried to contain the outbreak and all of you have witnessed and participated in the same. The state of Corona pandemic is not unknown to anyone. India, compared to other countries, has tried to contain the outbreak and all of you have witnessed and participated in the same.India had started screening visitors from Corona-infected countries even when we had zero cases of Corona.
India had made 14 days of isolation necessary for every foreign visitor even before we had reached 100 patients.We constantly deliberated with all states on how to tackle this crisis and mitigate the hardships. Basis all the feedback we have received on all aspects, a common consensus has emerged that it is imperative to extend the lockdown. The lockdown will continue till 3 May.There should be no letup in the implementation of lockdown. All regions in the states will be monitored very closely on full compliance of the lockdown. Only those regions that will show no evidence of cases or its spread will be allowed restricted movements by 20 April.
India had made 14 days of isolation necessary for every foreign visitor even before we had reached 100 patients.We constantly deliberated with all states on how to tackle this crisis and mitigate the hardships. Basis all the feedback we have received on all aspects, a common consensus has emerged that it is imperative to extend the lockdown. The lockdown will continue till 3 May.There should be no letup in the implementation of lockdown. All regions in the states will be monitored very closely on full compliance of the lockdown. Only those regions that will show no evidence of cases or its spread will be allowed restricted movements by 20 April.
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