Pawan Khera at AICC Office during press conference |
पिछले साल फरवरी में देश को दहला देने वाले पुलवामा आतंकी हमले में CRPF के 40 वीर जवान शहीद हो गए थे। उसको देश कभी भुला नहीं सकता।
इसके आरोपी जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी यूसुफ चौपान को NIA द्वारा चार्जशीट दायर न कर पाने के कारण जमानत दे दी गई है, मोदी-शाह राष्ट्रवाद का दंभ भरते हैं; 40 शहीद जवानों की फोटो लगाकर इन्होंने वोट मांगे...उनके परिवार का चेहरा अब इनके सामने नहीं आ रहा।
ये वही जैश-ए-मोहम्मद है, जो कंधार से लेकर संसद हमले का जिम्मेदार है। जिसके आतंकी को भाजपा सरकार ने छोड़ा था, मोदी सरकार ऐसे कुख्यात आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी की जमानत होने दे रही है और फिर भी ये अपने आप को राष्ट्रभक्त मानते हैं। इससे बड़ा देशद्रोह क्या होगा? पठानकोट, उड़ी, पुलवामा में खुफिया तंत्र कमजोर साबित हुआ।
मोदी सरकार का खुफिया तंत्र कमजोर; जाँच एजेंसियां कमजोर- मोदी जी ये कैसी सरकार चला रहे हैं?
क्या भाजपा सरकार सिर्फ अपने ही देशवासियों को आँख दिखाने और आतंकियों को जमानत दिलाने के लिए है? अमित शाह सबको क्रोनोलॉजी समझाते हैं...अब इस जमानत की क्या क्रोनोलॉजी है?
पुलवामा पर भाजपा ने वोट बटोरे; राजनीतिक रोटियां सेकी; हमारे जवान शहीद हुए; जहाँ कोई नहीं जा सकता, वहाँ RDX चला गया और आतंकी को जमानत मिल गई...ये कैसे हुआ?
ये जमानत इसलिए हुई, क्योंकि सबूत इकट्ठे नहीं हुए और चार्जशीट दाखिल नहीं हो सकी।
अमित शाह की पुरानी आदत है- पहले NIA से जमानत होती है, फिर टिकट मिल जाती है। हो सकता है यूसुफ चौपान को भी टिकट मिल जाए?
इस जमानत की जिम्मेदारी कौन लेगा?
अमित शाह जिम्मेदारी लेंगे; NIA के मुखिया या फिर मौन मोदी जी लेंगे। या फिर कल दिल्ली में कहे गए अजित डोभाल के शब्दों के अनुसार, "जो हो गया, सो हो गया।"
पुलवामा देश की इज्जत पर हमला था। इसकी तो जवाबदेही लेनी होगी
A Delhi court has granted bail to Jaish e Mohammed terrorist Yusuf Chopan accused of Pulwama attack conspiracy after the National Investigation Agency (NIA) failed to file charge-sheet, Modi-Shah boast of nationalism, 40 soldiers were martyred and they asked for votes in their name, tell us Modi-Shah, do you not care about the families of these martyred soldiers.This is the same Jaish-e-Mohammed, responsible for the attack from Kandahar to the Parliament, whose terrorist was released by the BJP government. The Modi government call themselves nationalists and they are allowing the bail of a terrorist from a notorious terrorist organisation like Jaish-e-Mohammed. Is there a bigger treason? Intelligence in Pathankot, Uri, Pulwama proved weak.
Modi govt's intelligence system is weak, investigative agencies are weak, what kind of govt are they running?
Is BJP govt only to show eyes to its own citizens and give bail to terrorists?
This bail happened because evidence was not gathered and the charge sheet could not be filed.
Amit Shah has an old pattern - first get bail from the NIA, then get a ticket. Maybe Yusuf Chopan gets a ticket too?
Who will take responsibility for this? Amit Shah, NIA chief or the Silent PM Modi? Or like Ajit Doval said in Delhi yesterday, "Whatever is done, it is done."
Pulwama was an attack on the honour of the country. Accountability needs to be fixed
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