जम्मू-कश्मीर की स्थिति के बारे में चिंता स्वाभाविक है। शासन-प्रशासन की तरफ से पूरी नाकाबंदी है। न्यूज और संचार की पहुंच नहीं है। इसलिए कई तरह के प्रश्न उठे हैं। सरकार को हमारी सलाह है कि वो विपक्ष के नेताओं को वहां जाने दे, कल जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल ने Rahul Gandhi जी को जो निमंत्रण दिया, उसका उन्होंने जवाब दिया है। राहुल जी या किसी भी नेता को विशेष सुविधा की जरूरत नहीं है और न उन्हें राज्यपाल महोदय से कोई एयरक्राफ्ट चाहिए। बस उन्हें वहां जाने की छूट दी जाए, आखिर क्या कारण है कि विपक्ष के प्रमुख नेताओं की एयरपोर्ट पर ही रोक दिया गया। भारत की छवि और सम्मान के लिए यह अच्छी बात नहीं है। हमारा संविधान भारत के हर नागरिक को अधिकार देता है, सरकार इस पर पहल करके राजनैतिक संवाद शुरू करे, जिसमें देश के तमाम विपक्षी दलों को विश्वास में ले। एक समूह को वहाँ जाने दिया जाए ताकि वहां के हालात को समझा जा सके। साथ ही, पूर्व मुख्यमंत्रियों सहित जो नेता गिरफ्त में हैं, उन्हें आजाद किया जाए, जिन लोगों ने भारत के संविधान में विश्वास किया है और जिनके साथ कभी केंद्र में वाजपेयी जी के समय नेशनल कॉन्फ्रेंस और मोदी जी के समय पीडीपी के साथ गठबंधन रहा हो, तो जाहिर है भाजपा भी उन दलों को स्वीकार करती है। इसलिए बेहतर होगा कि सरकार पहल करे:अगर हिंदुस्तान के खिलाफ कोई भी बात करेगा, तो उसमें भारत की आवाज़ एक है। इसलिए कोशिश होनी चाहिए कि जो देश के खिलाफ दुष्प्रचार करें, उनको ऐसा करने का अवसर ही न दिया जाए, इसके साथ ही हमें देश की अर्थव्यवस्था को लेकर भारी चिंता है। देश में विकास रुक गया है। आज बेरोजगारी दर 8% से ऊपर चली गई है, ऑटोमोबाइल सेक्टर की हालत इतनी खराब है कि मांग और उत्पादन दोनों में कमी आई है। इसी सेक्टर में लाखों लोग बेरोजगार हो गए हैं। पिछले एक महीने में देश में लगभग 10 लाख नौकरियां खत्म हुई है। बड़े उद्योगपतियों ने इस स्थिति को भयावह बताया है, जहाँ सरकार का प्रचार तंत्र अन्य विषयों पर है, तो क्या कारण है कि प्रधानमंत्री, वित्तमंत्री और देश की सरकार देश की बदहाल आर्थिक स्थिति पर चर्चा से भाग रही है.
There are concerns for Jammu and Kashmir, which is now a UT, because there is a complete shutdown, news blackout, entire communication network is shut, not just social media.India is a democracy and every citizen has constitutional rights, which is why the government should allow leaders from other political parties to visit Jammu and Kashmir. The J&K Governor inviting Shri Rahul Gandhi is not enough.Any political leader does not need hospitality of Governor. We demand that Government allow opposition leaders to visit Jammu and Kashmir freely so the nation and the world can know if all is well there or if there is any cause of concern,Why was leader of opposition stopped at airport?
This isn't good for India’s image. Every citizen has constitutional rights. While we request citizens to abide by law, government should respect constitutional rights of the citizens, Since the government has imposed restrictions in the first place and taken this one sided decision, we urge the government to initiate a political dialogue and take leaders of all opposition parties into confidenc, The opposition leaders should be allowed to visit and speak to people from different organisations and walks of life. It is important that all those leaders placed under house arrest be released immediately so they can voice their opinion, BJP allied with NC during Vajpayee ji’s tenure & with PDP during Modi’s tenure so they obviously recognise these are Indian political parties and abide by Indian constitution. It will be best that government takes these steps, it's been 9 days since the decision
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