News 24 Anchor Sakshi Joshi With Husband Vinod Kapri |
जब हमने गोद लेना चाहते हैं कहा आप सब जिनको शायद पढना आता था, ने उसे गोद लिया समझ डाला, फिर भी गलती हमारी.
उस बच्ची का कचरे के ढेर में वीडियो किसी और ने बनाया, किसी और ने वायरल कराया, हमने उसके अस्पताल का अच्छी स्थिति में वीडियो बनवाया फिर भी गलती हमारी.
आसिफा से लेकर ट्विंकल तक की डीपी सब बनाकर घूम रहे हैं, जिस बच्ची से हमें प्यार है और उसके माता पिता बनना चाहते हैं उसकी तस्वीर लगा ली फिर भी गलती हमारी.
गोद लेने की प्रक्रिया में पहले 2 महीने तक बच्ची गोद के लिए eligible है ही नहीं क्योकि उसके परिवार को ढूंढने की कोशिश की जा रही है.ये तथ्य आप लोगों ने पढे ही नहीं या पढने के बाद भी हमारे खिलाफ एजेंडा चलाना है इसलिए अपने अंदर का इंसान आप लोग मार चुके हैं. पर हम उसे अस्पताल से चुराकर अपने घर क्यों नहीं ले आए इसलिए गलती हमारी.
हमने पहले दिन से कहा हम कानूनी प्रकिया का पालन करेंगे इसी बच्ची के लिए क्योकि कोई और बच्ची गोद लेने का हमारा कभी इरादा भी नहीं था. मैं खुद भी अपना बच्चा पैदा कर सकती हूं, लेकिन जब इस बच्ची को गोद लेने की इच्छा जताई थी तो खुद अपना बच्चा पैदा करने की उम्मीद मार दी थी, शायद ये भी एक गलती ही थी.
क्योकि ये हमने कही नहीं बताया था आज बता रही हूं, जब गोद लेने की इच्छा जाहिर की तो हम पति पत्नी में एक और बात हुई. विनोद ने मुझसे कहा कि फिर हम अपना बच्चा प्लान नहीं कर पाएंगे, जो हम इसी साल कर रहे थे, पर मैंने कहा कोई बात नहीं, नहीं करेंगे... मुझे आज इतनी निजी बात भी बतानी पड़ रही है समाज में मौजूद कुछ वहशियों के कारण.
हम उस दिन से आज तक हर दिन बच्ची के लिए डॉक्टर से बात करते हैं और हर बार मायूस हो जाते हैं क्योंकि बच्ची ठीक नहीं है. पर जब आप में से किसी के भी मुताबिक हमें बच्ची की फिक्र है ही नहीं तो आप हमसे क्यों पूछ रहे हैं वो कैसी है? आप चाहें तो दिल्ली से 500km नागौर खुद भी जा सकते हैं बजाय यहां एसी में बैठकर फेसबुक पर लिखने के. वो भी 46 डिग्री में मिली थी. पर आप लोग तो उस अस्पताल में एक फोन तक न कर पाए. जो काम (यानी विनोद और साक्षी से दुश्मनी निकालने का काम घर बैठे बैठे हो सकता है एक बच्ची के नाम पर तो इतनी दूर कोई क्यों जाए)
सही कहा गलती हमारी है कि हम नागौर बच्ची से मिलने चले गए, जहां उसे देखने के लिए भी कोई नहीं आने वाला था वहां हमने बच्ची को अपनी बाहों में कैसे ले लिया. ये भी गलती हमारी है.
और जो आप लोगों ने किया वो बच्ची भी देख रही है, ईश्वर भी, समाज भी. अब कोई बच्ची गोद लेने के बारे में सौ बार सोचेगा. और ये गलती हमारी नहीं आप लोगों की है. पश्चाताप करने के लिए तैयार रहिएगा.
हमें तब मसीहा बनना था न अब.
दैत्यों के समाज में रहने वाले इंसान थे और रहेंगे. और आप जैसे लोग लाख कोशिश कर लें इन सब के बावजूद इंसानियत पर से भरोसा तो मैं उठने नहीं दूंगी, कुछ भी कर लीजिए.
यही मेरी ताकत है और हथियार भी.
और आज समझ भी आ गया पिशाचों को डर भी इसी इंसानियत से लग रहा है.
पर मुझे व्यक्तिगत तौर पर कोई शिकवा किसी से नहीं. क्योकि जब फैसला किया था न तब किसी से उम्मीद की थी समर्थन की, और जब फैसले पर अडिग हूं न अब किसी से उम्मीद है. जो कर सकती हूं आखिरी समय तक बच्ची को पाने के लिए करूंगी कानूनी प्रक्रिया का ध्यान रखते हुए. इंसानियत पर मेरा विश्वास और बढ़ गया है क्योकि आज सबसे ज्यादा डर इसी से है. इसके लिए आप सबका तहे दिल से शुक्रिया.
क्योकि नकारात्मक सिर्फ कुछ चंद ऐसे लोग हैं. वर्ना ज्यादातर सकारात्मक ही हैं. ये ही इंसानियत की जीत है.
बस किसी के झांसे में न आएं क्योकि बच्ची की तबियत ठीक नहीं. यहां क्या लिखती कि उसका hemoglobin बहुत कम है, वो नन्ही सी जान जो अब तक एक महीने की भी नहीं हुई है उस का blood infected है.. उसका वजन घटता जा रहा है, वो antibiotics पर है, या जिसे मां मिली न मां का दूध. अगर थोडी भी संवेदना है तो हमें जितनी गालियां दे लीजिए, पर बच्ची के लिए दुआ करना मत छोडिए, उस पर से अपना फोकस मत हटाइए.
P. S
आप लोग कम से कम इतनी समझ तो रखिए कि
जिस आदमी को काम ना करने के कारण TV9 की नौकरी से जाना पड़ा , जो दो महीने से बेरोज़गार है , जिसे कहीं काम नहीं मिल रहा-उसकी कुंठा भी अगर आप नहीं समझ पा रहे हैं तो ये ग़लती भी हमारी ही है ना ?🙏🙏
साक्षी जोशी जी की फेसबुक वाल से साभार !
जिसे जो जानना है यहां पढ ले. पहले भी कह चुकी हूं एक बार फिर, अब इस पर मैं और कोई बात नहीं करूंगी. लंबी प्रक्रिया के बीच बच्ची का स्वस्थ्य रहना और भी ज्यादा जरूरी है. प्रार्थना करना न छोडें बस. https://t.co/HVnfy75tvZ— Sakshi Joshi (@sakshijoshii) July 2, 2019
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