Akhilesh Yadav on EVM Tempering |
मुख्य निर्वाचन आयुक्त
भारत का निर्वाचन आयोग
नई दिल्ली
विषयः- भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त तथा निर्वाचन आयुक्तगण की लखनऊ में 27-2-2019 को आयोजित बैठक में समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश की ओर से प्रस्तुत समस्यायें एवं सुझाव
आप द्वारा लोकसभा चुनाव 2019 की तैयारी के सम्बन्ध में राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से भेंट करने हेतु आहुत बैठक में हम समाजवादी पार्टी की ओर से निम्न प्रतिवेदन प्रस्तुत कर रहे हैं:-
देश में लोकसभा एवं विधान सभाओं के चुनाव ई0वी0एम0 मशीन के माध्यम से कराये जाने पर काफी समय से इसकी विश्वसनीयता पर प्रश्न उठ रहे हैं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव जी ने कई बार ई0वी0एम0 मशीनों के प्रयोग पर प्रश्न उठाये हैं। उनका कहना है कि जब खराब मशीन को ठीक किया जा सकता है तब मशीन में कुछ भी किया जा सकता है। दुनिया के बड़े-बड़े देशों में जहॉ ई0वी0एम0 मशीन तैयार की गई हैं वहॉ पर चुनाव ई0वी0एम0 मशीन से नहीं कराये जाते। वहॉ पर बैलेट पेपर से चुनाव कराये जाते हैं। अनेक राजनैतिक दलों ने लोकसभा चुनाव ई0वी0एम0 मशीन पद्धति की अविश्वसनीयता के कारण बैलेट पेपर प्रणाली से कराने की मांग की थी परन्तु भारत निर्वाचन आयोग द्वारा इस पर विचार न करते हुए ई0वी0एम0 मशीन प्रणाली से ही लोकसभा निर्वाचन कराने का निर्णय है। ऐसी स्थिति में समाजवादी पार्टी द्वारा ई0वी0एम0 के प्रयोग से सम्बन्धित मामलों में तथा साथ ही मतदाता सूचियों व अन्य मामलों में निम्नलिखित समस्याएं एवं सुझाव प्रस्तुत कर रहे हैं-
1- पोलिंग पार्टियों को जो ई0वी0एम0 मशीन दी जाय वह शतप्रतिशत परीक्षण करके दी जाय क्योंकि प्रायः अनेक बूथों पर मतदान प्रारम्भ होने के समय ही मशीनों के खराब पाये जाने की जानकारी प्राप्त होने लगती है।
2- ई0वी0एम0 की गड़बड़ी को दूर करने के लिये प्रत्येक बूथ पर वी0वी0 पैट (V V PAT) लगाया जाये। जब वोटर अपना वोट दें तो प्रत्येक वोटर के वोट देने के बाद निकलने वाली पर्ची पर किस उम्मीदवार/दल को वोट दिया यह भी पर्ची में अंकित होकर निकलना चाहिए, जिसे वोटर अपने हाथ से उठाकर अपने हस्ताक्षर/अंगूठा का निशान लगाते हुए पूर्व की भंाति मतदान के लिए तैयार बैलेट बाक्स में डाले और जिसे पीठासीन अधिकारी ई0वी0एम0 जमा करने के समय सील करके जमा करें।
3- ई0वी0एम0 पर पड़े वोट की मिलान वी0वी0 पैट मशीन में मत पर्चियों के मिलान के लिए किया जाना आवश्यक है। कम से कम 25 प्रतिशत वी0वी0 पैट मशीनों की पर्चियों की गणना की जाय।
4- काउटिंग के दिन काउटिंग के लिये लगी चौदह टेबल में से किसी एक टेबल की गिनती ई0वी0एम0 एवं बैलेट बाक्स में पड़े वोटों की टैली काउटिंग हो जिसका चयन आर्ब्जवर, आर0ओ0/ए0आर0ओ0 एवं प्रमुख पार्टियों के काउटिंग एजेण्ट जो आर0ओ0/ए0आर0ओ0 टेबल के लिए नियुक्त हों ताकि मतगणना के आधार पर भी ई0वी0एम0 की निष्पक्षता बनी रहे।
5- ई0वी0एम0 मशीन बीच में बिगड़ने पर जब नई मशीन दी जाये तो बिगड़ी हुई ई0वी0एम0 मशीन को भी सील किया जाये ताकि इसमें पड़े वोट मतगणना से शामिल होने से छूट न जाये।
6- वी0वी0 पैट मशीन के साथ पूरे दिन के दौरान 1000 से अधिक वोट नहीं डाले जा सकेगें। ऐसी दशा में जिस किसी भी बूथ पर 1000 से अधिक वोट पड़े वहॉ पर या तो सहायक या एक नया बूथ बना दिया जाय। वोटरों की संख्या अधिक होने पर मतदाता को लाइन में अधिक समय तक प्रतीक्षा करना पडे़गा। ऐसे में मतदान से लौट जाने की संभावना भी बनी रहेगी।
7- वोटिंग के दिन मतदान शुरू होने से मतदान समाप्ति तक सेक्टर मजिस्ट्रेट से ऊपर जिला मजिस्ट्रेट एवं आर्ब्जवर तक एवं मतदान प्रक्रिया से जुड़े जो भी अधिकारी पोलिंग स्टेशन का भ्रमण करते है, वह पीठासीन अधिकारी की डायरी पर समय डालकर हस्ताक्षर करें। मतदान के स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शान्ति पूर्वक होने के बाबत् अपनी संक्षिप्त टिप्पणी मय उस समय तक पड़े वोटों, जिसमें पुरूष एवं महिला वोटरों की संख्या अलग-अलग हो अंकित करते हुए आर0ओ0/ए0आर0ओ0 के पास जमा करें ताकि अगर रि-पोलिंग की स्थिति हो तो उनके भ्रमण के समय की टिप्पणी भी इस हेतु निर्णय के लिए विचार करते समय उपलब्ध रहंे।
8- पिछले चुनाव में जिन बूथों पर औसत मतदान प्रतिशत से बहुत अधिक प्रतिशत में हुआ हो उनकों अनिवार्य रूप से क्रिटकल बूथ मान लिया जाय।
9- प्रत्येक बूथ की ए0एस0डी0 (अपसेन्ट, शिफट्ेड, डेड) की बूथवार सूची अनिवार्य रूप से राष्ट्रीय पार्टियों को उपलब्ध कराई जाय।
10- भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार वोटर पहचान पर्चियां मतदान के दिन के पूर्व मतदाताओं के निवास पर पहुॅचना चाहिए परन्तु विगत चुनावों में लगभग 50 प्रतिशत मतदाताआंे के निवास पर परिवार के मुखिया को पर्चियां प्राप्त नहीं हुई। बी0एल0ओ0 को मतदान के दिन से कम से कम 2 दिन पूर्व पहचान पर्चियां प्रत्येक परिवार के यहॉ पहुॅचाना सुनिश्चित किया जाय।
11- मतदान की शुद्धता के लिए यह अनिवार्य किया जाय कि बी0एल0ओ0 द्वारा प्रत्येक पोलिंग स्टेशन के प्रत्येक घर के दरवाजे पर वोटर लिस्ट के अनुसार पेण्ट से निम्नवत विवरण अंकित किया जाये और जिसकी जांच सुपरवाइजर से ऊपर के जितने अधिकारी वोटर लिस्ट से सम्बन्धित भ्रमण करें, उसकी जांच कर सुनिश्चित करें कि वोटर लिस्ट सही बनी है और मौजूद वोटर का नाम कटा नहीं है तथा गलत वोटर का नाम दर्ज नहीं है। ऐसा निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी तक के अधिकारी जब भी गांव का भ्रमण करें तो जांच करना सुनिश्चित करें।
परिवार के कुल बालिग सदस्यों की संख्या
1- पुरूष-
2- महिला-
कुल मतदाता संख्या
1- पुरूष-
2- महिला-
ऐसा करने से यह भी प्रमाणित होगा कि बी0एल0ओ0 प्रत्येक घर पर गया या नहीं। समय रहते तब वह जांच कर मतदाता का विवरण सही कर सकेगा।
12- बड़ी संख्या में जाति विशेष और वर्ग विशेष के नाम मतदाता सूची से काट दिये गये हैं उन सभी काटे गये नामों की जांच कराकर उनके नाम मतदाता सूची में जोड़े जाएं ताकि ऐसे मतदाताओं को भी मतदान का अवसर मिल सके।
13- सरकार द्वारा भारी संख्या में चुनाव से जुड़े कर्मियों और अधिकारियों जैसे- जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक, अपर जिलाधिकारी, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व), अपर पुलिस अधीक्षक की स्थानान्तरण द्वारा जनपदों में तैनाती की गयी है, जो सत्तारूढ़दल के पक्ष मंे किसी भी हद तक जाने को तैयार हो सकते है, ऐसे अधिकारियों को तत्काल चुनाव प्रक्रिया से विरत किया जाय।
14- लोकतंत्र में चुनावों में पारदर्शिता का होना आवश्यक है ताकि वे स्वतंत्र और निष्पक्ष प्रमाणित हों। सत्ता का दुरूपयोग कर चुनावों को हर तरह से प्रभावित करने का काम करती है। चुनाव आयोग को लोकलुभावन योजनाओं की घोषणाएं आचार संहिता लागू होते ही रोक देनी चाहिए।
15- प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति नाजुक और संवेदनशहील बनी हुई है। सत्तारूढ़दल की नीतियां समाज को बांटने वाली हैं। जाति-धर्म की राजनीति न होने पाएं और शांतिपूर्वक मतदान हो सके इसकी व्यवस्था सुनिश्चित होनी चाहिए।
मान्यवर,
समाजवादी पार्टी की निर्वाचन आयोग से आशा है कि उक्त सुझावों पर गम्भीरतापूर्वक विचार करते हुए लागू कराने की व्यवस्था की कृपा करेंगे।
सादर
भवदीय
(राजेन्द्र चौधरी)
पूर्व कैबिनेट मंत्री/
राष्ट्रीय सचिव,
समाजवादी पार्टी
(अरविन्द कुमार सिंह)
सदस्य विधान परिषद/
पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष, ल0वि0वि0
(इन्द्रजीत सरोज)
राष्ट्रीय महासचिव,
समाजवादी पार्टी
(अहमद हसन)
नेता प्रतिपक्ष
विधान परिषद
उत्तर प्रदेश
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