CM Ashok Gehlot |
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा की यह कार्यक्रम बेहद अद्भुत है। जो भी विद्वान लोग इस तीन दिवसीय संस्कृत साहित्य सम्मेलन में आए हैं मैं उनका हार्दिक स्वागत करता हूँ।
संस्कृत भाषा ने सदियों से भारत की महान परम्पराओं को पोषित एवं सुदृढ़ किया है। यह भाषा कई अन्य देशी-विदेशी भाषाओं की जननी भी है। राज्य सरकार राजस्थान में संस्कृत को समृद्ध बनाने के लिए भाषा विशेषज्ञों और साहित्यकारों की ओर से प्राप्त सुझावों को अमल में लाने का प्रयास करेगी।
राजस्थान में संस्कृत भाषा के प्रति सकारात्मक माहौल हमेशा रहा है और इस भाषा को हमारे प्रदेश में उचित सम्मान मिला है। राजधानी जयपुर छोटी काशी के रूप में जानी जाती है। राजस्थान में संस्कृत के प्रचार-प्रसार हेतु संस्कृत शिक्षा निदेशालय के साथ-साथ अलग संस्कृत विश्वविद्यालय और संस्कृत एकेडमी स्थापित की गई, जो इस भाषा के उन्नयन के लिए कार्यरत हैं।
:राजस्थान संस्कृत साहित्य सम्मेलन।
जो मैंने कहा था आपको कि जो वादा किया वो निश्चित तौर पर निभा रहे है और हमारे विपक्षी पार्टी के लोग जो है अनावश्यक तमाशा खड़ा करते है अभी सरकार बने हुए एक महीना हुआ है और उसके पहले ही वो आशंकाये प्रकट कर रहे है, लोगो को भड़का रहे हैं धरना दो, जेल भरो ये अच्छी बात नहीं है। जो वादा किया हमने मेनिफेस्टो में आप निश्चित रहे हमारा आधार रहेगा सरकार चलाने का इसलिए हमने कार्ययोजना बना दी उसको हमारी केबिनेट हुई पहली उसके अंदर हम लोगो ने यह फैसला कर लिया था। इतनी बड़ी क्रेडिबिलिटी बढाई है हमने मेनिफेस्टो की तो हमारी ड्यूटी बनती है की उसके आधार पर सरकार का काम करे जो-जो बाते लिखी हुई है अब एक के बाद एक घोषणा करते जा रहे है आज भी मैंने घोषणा करी है तो आप समझ सकते हो कि हमारी मंशा क्या है?
150वीं जयंती जो गांधी जी की है उसके उपलक्ष्य में आज जो है गांधीवादी हमारे सुब्बाराव जी पधारे थे और साथ में फ्रीडम फाइटर का सम्मान भी किया गया तो मैंने कहा कि ये मौका अच्छा मौका है इस मौके पर लम्बे अरसे पहले जब मैं था सरकार में मुख्यमंत्री तब उनकी वो बढ़ी थी पेंशन उसके बाद में बढ़ी नहीं थी इसलिए मैंने उचित समझा की मैं पेंशन बढ़ाऊं उनकी भी और जो लोग शहीद हो गए थे उस ज़माने के अंदर सेकंड वर्ल्ड वार के अंदर उनकी विधवाएँ भी है उनके लिए भी हमने कुछ घोषणाएँ करी है पेंशन बढाने की।
गरीब आदमी है एक रुपया किलो गेहूं देने का मैंने पहले वादा किया था वो मैंने आज कहा है की हम लोग लागू आज से ही लागू कर रहे है एक मार्च से मिलने लग जाएगा उनको एक रुपया किलो गेहूं मिलने लग जाएगा गरीबों को इसके प्रकार से यह प्रयास किया गया की आज जयपुर में गांधीजी का म्यूजियम बने तो वो काम भी हम लोग चाहेंगे की जल्दी कैसे शुरू हो और कहा बने, कैसा बने वो आने वाले वक्त में बताएँगे आपको।
राहुल गांधी जी पहले भी कह चुके है पार्लियामेंट में भी वो नहीं आये थे डिबेट चल रही थी राफेल को लेकर के, तो राहुल गांधी जी ने देश में एजेंडा बना दिया है किसानों का उनकी समस्याओं का, रोजगार का, नौकरियों का नौजवानों के लिए वो भी एक एजेंडा है, वादे किये थे झूठे वादे साबित हुए वो भी एक एजेंडा है, इश्यु है और महंगाई की मार बढती गई पेट्रोल-डीजल में कोई सुनने वाला नहीं था वो भी एक एजेंडा है और घृणा, नफरत का अविश्वास का, हिंसा का माहौल है देश के अंदर, राहुल गांधी कहते है की प्यार से सद्भाव से राजनीति करो हमारी अदावत नहीं है
किसी से हमारी तो खाली लड़ाई है तो विचारधारा की है, नीतियों की है, कार्यक्रम की है उसके आधार पर आप चुनाव मैदान में जाओ और जनता का मेंडेट मांगो अब बताये की तमाम एजेंडा बना दिया गया है अब मोदी जी इनका जवाब दे तो लोकतंत्र में अच्छी परम्परा रहेगी बजाय इसके कि वो अनावश्यक आरोप लगाये या कटाक्ष करे या कमेंट करे यह कोई लोकतंत्र में जवाब नहीं होता है। सत्ता पक्ष में जो लोग होते है मुख्यमंत्री हो चाहे प्राइम मिनिस्टर हो या मंत्री हो उसकी जिम्मेदारी होती है की विपक्ष क्या बोलता है क्या इश्यु बनाता है उनको वो रेस्पोंड करे, नहीं करेंगे तो आप फासिस्टी कहलाएँगे, आपका लोकतंत्र में यकीन नहीं है वो स्थति बनेगी वो नहीं बननी चाहिए।
CM Gehlot Image |
पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित प्रगतिशील किसान श्री जगदीश पारीक ने गुरूवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में मुलाकात कर जैविक विधि से तैयार 9 किलोग्राम वजन का गोभी का फूल भेंट किया।
श्री पारीक को पद्मश्री पुरस्कार के लिए बधाई दी उन्नत खेती के लिए किए जा रहे उनके प्रयास सराहनीय हैं। राजस्थान में पानी की कमी के चलते किसानों को पानी की कम लागत और जैविक खेती आधारित नवाचार अपनाने चाहिए। श्री पारीक को सुझाव दिया कि वे दूसरे किसानों को जैविक खेती अपनाने के लिए प्रोत्साहित करें।
श्री पारीक ने 25 किलोग्राम से अधिक वजन का गोभी का फूल उगाकर रिकार्ड बनाया है। सीकर जिले के अजीतगढ़ स्थित कृषि फार्म में श्री पारीक ने उन्नत खेती के लिए कई नवाचार किए है, जिनके कारण उन्हें इसी वर्ष पद्मश्री से सम्मानित किया है।
Comments
Post a Comment
If You have any doubt, please let me know.