Akhilesh Yadav With Dimple Yadav |
श्री यादव ने कहा कि भाजपा नेतृत्व की संविधान के अनुसार काम करने की न आदत है न इच्छा है। ये सरकार भी मनमाने ढंग से चला रहे हैं। उन्हें लोकलाज का भी ख्याल नहीं है। उनकी भाषा अमर्यादित है। लोकतंत्र की प्रतिष्ठा से खिलवाड़ हो रहा है। जनता का हर वर्ग असंतुष्ट और आक्रोशित है।
पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार को किसानों, नौजवानों से खासकर नफरत है। सरकार ने कृषि का बजट 40 प्रतिशत घटा दिया है। रोजगार सृजन के कोई अवसर नहीं है। नौजवानों की एक पूरी पीढ़ी बेरोजगारी में जिन्दगी काटने को मजबूर है। प्रदेश में नकली शराब का धंधा सत्तारूढ दल के संरक्षण में फलफूल रहा है। लोग मर रहे हैं पर सरकार कहती है कि लोग और ज्यादा शराब पिएं। उसे लोगों की जिंदगी की नहीं ज्यादा से ज्यादा राजस्व वसूली की फिक्र है। यह सरकार की संवेदनहीनता की पराकष्ठा है।
श्री यादव ने कहा प्रदेश में बारिश-तूफान व ओलावृष्टि से आलू किसानों की फसल लगभग नष्ट हो गई है। किसान अब अपनी लागत भी नहीं निकाल सकेंगे। भाजपा सरकार को किसानों की उपेक्षा का रास्ता छोड़कर तुरन्त राहत का एलान करना चाहिए। गन्ना किसानों को बकाया अभी तक नहीं मिला है। मक्का किसान अपनी फसल बेचने के लिए क्रय केन्द्र ढूंढ़ रहे हैं।
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार जनता के कामों के बजाय सन् 2019 का चुनाव जीतने की तिकड़म में ही लगी हुई है। अंदर-अंदर चुनाव जीतने की साजिशें चल रही है। सम्पूर्ण विपक्ष इसलिए चाहता है कि पारदर्शिता और स्वतंत्र-निष्पक्ष चुनाव की दृष्टि से ईवीएम के बजाय बैलेट पेपर से चुनाव हो। भाजपा समाजवादी पार्टी-बहुजन समाज पार्टी गठबंधन से बुरी तरह डरी हुई है और बौखलाहट में अनर्गल बयानबाजी कर रही है। उसका आचरण अलोकतांत्रिक और व्यवहार जनविरोधी है। जनता ने भी मन बना लिया है कि वह 2019 में भाजपा को करारा जवाब देगी और लोकतंत्र के पक्ष में निर्णायक भूमिका का निर्वहन करेगी।
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