समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि देश में राजनीतिक स्थितियां बदल रही हैं। स्वार्थ के लिए भाजपा इतिहास की गलत व्याख्या कर रही है। बंटवारा करने वाली सभी ताकतों से सावधान रहने की जरूरत है। यह काम समाजवादी जोखिम उठाकर भी करेंगे। क्योंकि यह लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है। समाजवादी इतिहास को जोड़ने की नज़र से देखते हैं जबकि भाजपा समाज को तोड़ने की राजनीति करती है। हम संविधान और लोकतंत्र, समाजवाद तथा सेक्यूलरिज्म के लिए प्रतिबद्ध हैं।
श्री अखिलेश यादव आज यहां समाजवादी पार्टी मुख्यालय, लखनऊ में आयोजित महाराणा प्रताप जयंती समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। श्री अखिलेश यादव को पगड़ी बांधकर, स्मृति चिह्न तथा तलवार भेंट कर सम्मानित किया गया। इसका आयोजन पूर्व मंत्री श्री अरविन्द सिंह गोप, विधायक श्री राकेश सिंह तथा पूर्व विधायक अभय सिंह द्वारा किया गया। मंच पर प्रदेश अध्यक्ष श्री नरेश उत्तम पटेल, हिन्दी संस्थान के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद श्री उदय प्रताप सिंह, पूर्व सांसद श्री भगवती सिंह, पूर्व मंत्री श्री राजेन्द्र चौधरी, ओम प्रकाश सिंह, राजकिशोर सिंह, पूर्व सांसद श्री नीरज शेखर उपस्थित थे।
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि लगभग 500 वर्श पूर्व हल्दी घाटी का युद्ध हिन्दू मुस्लिम की लड़ाई नहीं थी। यह राज्यों की परस्पर प्रतिस्पर्धा, आधिपत्य के विस्तार तथा अपने स्वाभिमान की रक्षा का युद्ध था। इस लड़ाई में जहां अकबर का सेनापति मान सिंह हिंदू था वही महाराणा प्रताप का सेनापति सरदार हाकिम खां मुस्लिम था।
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि महाराणा प्रताप जयंती के इस आयोजन से भाजपा में ज्यादा हलचल होगी। भाजपा जितना रोकेगी हम उतना ही महापुरूषों का सम्मान करेंगे। महाराणा प्रताप आदर्श वीर पुरूष थे। वे स्वाभिमान की लड़ाई लड़े। महापुरूषों के समय के इस सद्भाव की आज समाज को बहुत जरूरत है। उन्होने कहा भाजपा सरकार ने उनकी जयंती पर अवकाश रद्द कर दिया है, समाजवादी सरकार बनने पर फिर अवकाश घोषित होगा। क्षत्रिय समाज को पहले भी सम्मान दिया है और भविष्य में भी दिया जाएगा।
श्री यादव ने कहा कि हम सब भारत देश के लोग हैं। देश को बनाने में हमारे पूर्वजों का भारी योगदान रहा है। हम देश तोड़ने और समाज को बांटने वाली ताकतों में टकराने की ताकत रखते हैं। राजनीति झूठे दावों और भ्रष्टाचार ने बिगाड़ दिया है। इसमें किसान, गरीब, अल्पसंख्यक महिलाऐं और नौजवान सब हाशिये पर डाले जा रहे। हमें इनके हितों की लड़ाई को अंतिम परिणति तक पहुंचाना होगा।
श्री यादव ने कहा कि भारत की धरती पर सर्वाधिक महापुरूषांे ने जन्म लिया। उनके आचरण को अपनाने की जरूरत है। हम चाहते हैं कि देश महान बने। हमारे पूर्वजों ने इस देश के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान किया है। हमें इस बारे में सोचना होगा कि जो देश हमसे बाद में आजाद हुए वे कैसे आगे बढ़ गए हैं ? सिंगापुर 1965 में आजाद हुआ, आज वह कहां है ? चीन ने अपना जैसा दबदबा बनाया है उसकी तुलना नहीं। अमेरिका से तो खैर हम बहुत पीछे हैं।
श्री अखिलेश यादव आज यहां समाजवादी पार्टी मुख्यालय, लखनऊ में आयोजित महाराणा प्रताप जयंती समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। श्री अखिलेश यादव को पगड़ी बांधकर, स्मृति चिह्न तथा तलवार भेंट कर सम्मानित किया गया। इसका आयोजन पूर्व मंत्री श्री अरविन्द सिंह गोप, विधायक श्री राकेश सिंह तथा पूर्व विधायक अभय सिंह द्वारा किया गया। मंच पर प्रदेश अध्यक्ष श्री नरेश उत्तम पटेल, हिन्दी संस्थान के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद श्री उदय प्रताप सिंह, पूर्व सांसद श्री भगवती सिंह, पूर्व मंत्री श्री राजेन्द्र चौधरी, ओम प्रकाश सिंह, राजकिशोर सिंह, पूर्व सांसद श्री नीरज शेखर उपस्थित थे।
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि लगभग 500 वर्श पूर्व हल्दी घाटी का युद्ध हिन्दू मुस्लिम की लड़ाई नहीं थी। यह राज्यों की परस्पर प्रतिस्पर्धा, आधिपत्य के विस्तार तथा अपने स्वाभिमान की रक्षा का युद्ध था। इस लड़ाई में जहां अकबर का सेनापति मान सिंह हिंदू था वही महाराणा प्रताप का सेनापति सरदार हाकिम खां मुस्लिम था।
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि महाराणा प्रताप जयंती के इस आयोजन से भाजपा में ज्यादा हलचल होगी। भाजपा जितना रोकेगी हम उतना ही महापुरूषों का सम्मान करेंगे। महाराणा प्रताप आदर्श वीर पुरूष थे। वे स्वाभिमान की लड़ाई लड़े। महापुरूषों के समय के इस सद्भाव की आज समाज को बहुत जरूरत है। उन्होने कहा भाजपा सरकार ने उनकी जयंती पर अवकाश रद्द कर दिया है, समाजवादी सरकार बनने पर फिर अवकाश घोषित होगा। क्षत्रिय समाज को पहले भी सम्मान दिया है और भविष्य में भी दिया जाएगा।
श्री यादव ने कहा कि हम सब भारत देश के लोग हैं। देश को बनाने में हमारे पूर्वजों का भारी योगदान रहा है। हम देश तोड़ने और समाज को बांटने वाली ताकतों में टकराने की ताकत रखते हैं। राजनीति झूठे दावों और भ्रष्टाचार ने बिगाड़ दिया है। इसमें किसान, गरीब, अल्पसंख्यक महिलाऐं और नौजवान सब हाशिये पर डाले जा रहे। हमें इनके हितों की लड़ाई को अंतिम परिणति तक पहुंचाना होगा।
श्री यादव ने कहा कि भारत की धरती पर सर्वाधिक महापुरूषांे ने जन्म लिया। उनके आचरण को अपनाने की जरूरत है। हम चाहते हैं कि देश महान बने। हमारे पूर्वजों ने इस देश के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान किया है। हमें इस बारे में सोचना होगा कि जो देश हमसे बाद में आजाद हुए वे कैसे आगे बढ़ गए हैं ? सिंगापुर 1965 में आजाद हुआ, आज वह कहां है ? चीन ने अपना जैसा दबदबा बनाया है उसकी तुलना नहीं। अमेरिका से तो खैर हम बहुत पीछे हैं।
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